हमें गहराईयों का शौक था, और उन्होंने तैरना सीखा दिया।
We were fond of the depths, & they taught us how to swim.
मुझे सवाल पूछना सिखाया मुझे वास्तविकता की परतों को एक-एक करके खोल कर देखना सिखाया
फिर मुझे मेरा दृष्टिकोण समझ आया और तब मुझे समझ आई एक ज़िम्मेदारी, आइये बातें करते हैं|
इस सुलेख के 3 हिस्से हैं:
मेरे विचार और मेरा इतिहास
मेरी कल्पना & और मेरा लक्ष्य
क्यों?
ये ’क्यों’ थोड़ा मुश्किल सवाल है, जैसे जैसे मैं ज़िन्दगी की गहराईयों में जाता रहता हूँ, ये क्यों साला विकसित ही होता रहता है |
Status: Currently in ttransition.
The transition is taking longer because I realized the need to go through all the previous 20 chapters by myself first in depth again.
I think I keep going back to basics
To go slow to eventually move fast.
MVP: